By DAYANAND MOHITE | published: दिसंबर 11, 2019 04:55 PM 2019-02-12T14:15:30+5:30
शहर : राष्ट्रीय
2002 गुजरात दंगों की जांच के लिए गठित नानावती आयोग ने अपनी फाइनल रिपोर्ट गुजरात विधानसभा में आज पेश कर दी है. इसमें पीएम मोदी को क्लीन चिट दी गई है. नानावटी रिपोर्ट में कहा गया कि दंगे 'सुनियोजित' नहीं थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य सभी राजनेताओं को क्लीन चिट दी गई. हालांकि रिपोर्ट में तीन आईपीएस अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं. तत्कालीन तीन आईपीएस अफसर आरबी श्रीकुमार, संजीव भट्ट और राहुल शर्मा की भूमिका संदेहात्मक होने का रिपोर्ट में खुलासा किया गया है.
इस रिपोर्ट में कहा गया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने का काम पुलिस का है लेकिन उस दौरान पुलिस की संख्याबल कम होने के कारण पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही. रिपोर्ट में समाज की कमजोरी दूर करने के लिए सरकार से निवेदन किया गया.इसके लिए पुलिस की संख्या में भी बढ़ोतरी होनी चाइये. राज्य सरकार पुलिस की संख्या बनाए रखने में असफल रही है.इस रिपोर्ट में IPS संजीव भट्ट की बातों को अस्वीकार किया गया. संजीव भट्ट के झूठ बोले होने की बात का उल्लेख किया गया है.
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 दोपहर 12 बजे पेश किया गया. 12 बजे सदन की का....
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