By DAYANAND MOHITE | published: दिसंबर 03, 2019 05:13 PM 2019-02-12T14:15:30+5:30
शहर : राष्ट्रीय
मुंबई-अहमदाबाद के बाद सरकार 4 नए रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने के लिए तेज़ी से कदम बढ़ा रही है. इस कड़ी में रेल मंत्रालय दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, मुंबई-चेन्नई और मुंबई-नागपुर रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने की संभावनाएं तलाश रही है. देश के 4 अहम और बेहद बिजी रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने के लिए पहले कदम के तहत सरकार ने फिजिबिलिटी स्टडी भी शुरू कर दी है. फिजिबिलिटी स्टडी के जरिये सरकार इस रूट पर बुलेट ट्रेन को चलाने के लिए ज़रूरी खर्च, इंफ्रा जैसे अहम विषयों पर डिटेल स्टडी कर रही है. फिजिबिलिटी स्टडी के लिए कंसल्टिंग एजेंसी को भी नियुक्त किया जा चुका है
चूंकि बुलेट ट्रेन बेहद महंगा प्रोजेक्ट है फिर बड़ी पूंजी का निवेश होता है और प्रोजेक्ट पर मंजूरी टेक्निकल फिजिबिलिटी, फाइनेंसिंग वगैरह अहम मसलों पर निर्भर करता है. ऐसे में सरकार सबसे पहले कदम फिजिबिलिटी स्टडी के जरिये ज़मीन तलाश रही है कि मुंबई- अहमदाबाद बुलेट ट्रैन प्रोजेक्ट के बाद देश की किसी अन्य रूट पर बुलेट ट्रेन चलाई जा सकती है.
मोदी सरकार ने देश की पहली बुलेट ट्रेन 508 किमी के मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने को मंजूरी दी है. पहली बुलेट ट्रेन के सपने से हक़ीकत में बदलने के लिए सरकार ने 2023-24 की डेडलाइन या लक्ष्य रखा है.
1,08,000 करोड़ रुपए के मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की राह में अभी कई दिक्कतें सामने आई हैं. जिसमें सबसे अहम है हाल में महाराष्ट्र में बनी शिवसेना की सरकार. शिवसेना की सरकार ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की समीक्षा करने को कहा है जिससे साफ है कि देश की पहली बुलेट ट्रेन अपने तय लक्ष्य से डिले या देर हो सकती है.
कहते हैं कि मौत कुछ नहीं देखती गरीब-अमीर, बड़ा-छोटा लेकिन सड़क हादसों के मामल....
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